बुध ग्रह को ज्योतिष में बुद्धि, व्यापार, तर्कशक्ति, संवाद और संचार का प्रतिनिधि माना जाता है. इसे ग्रहों का राजकुमार भी कहा जाता है. जब भी बुध अपनी राशि या नक्षत्र बदलता है, तो इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर किसी न किसी रूप में अवश्य पड़ता है. जुलाई 2025 में भले ही बुध राशि परिवर्तन नहीं कर रहा है, लेकिन इसका नक्षत्र परिवर्तन अत्यंत प्रभावशाली माना जा रहा है.
वैदिक ज्योतिष और वास्तु विशेषज्ञ आदित्य झा के अनुसार, बुध वर्तमान में कर्क राशि और अश्लेषा नक्षत्र में स्थित है. 29 जुलाई 2025 को शाम 4:17 बजे, बुध अश्लेषा नक्षत्र से निकलकर शनि के स्वामित्व वाले पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करेगा. यह गोचर 21 अगस्त 2025 तक प्रभावी रहेगा. चूंकि शनि एक धीमा और गंभीर ग्रह है, इसलिए जब बुध जैसे तर्कशील ग्रह का उसके नक्षत्र में गोचर होता है, तो यह गहरी समझ, योजनाबद्धता और आर्थिक पक्ष पर खास प्रभाव डालता है.
मेष राशि: भाग्य का साथ और सम्मान में वृद्धि
बुध के इस गोचर का मेष राशि वालों के लिए अत्यंत शुभ प्रभाव हो सकता है. इस अवधि में किस्मत आपका साथ देगी और पुरानी मेहनत का फल मिलने लगेगा. व्यवसाय से जुड़े लोगों को पहले किए गए निवेश से अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना है. करियर में आपके काम की तारीफ होगी और समाज में मान-सम्मान भी बढ़ेगा. पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा और आपके भीतर नई ऊर्जा और आत्मविश्वास दिखाई देगा.
मिथुन राशि: आर्थिक सुधार और विदेशी यात्रा के योगz
मिथुन राशि के लिए यह गोचर आर्थिक दृष्टि से बहुत ही लाभकारी रहेगा. लंबे समय से जिस आर्थिक स्थिरता की तलाश थी, वह अब पूरी हो सकती है. धन आगमन के नए स्त्रोत बनेंगे और आपकी फाइनेंशियल कंडीशन में अच्छा सुधार देखने को मिलेगा. काम के सिलसिले में विदेश यात्रा के योग भी बन सकते हैं. इस समय आपको अपने जीवनसाथी का भरपूर समर्थन मिलेगा और पारिवारिक जीवन भी खुशहाल रहेगा.
कन्या राशि: आत्मविश्वास और मानसिक संतुलन का समय
कन्या राशि वालों के लिए बुध का यह गोचर सकारात्मक ऊर्जा लेकर आएगा. इस दौरान आप मानसिक रूप से अधिक स्थिर और आत्मविश्वासी महसूस करेंगे. कामकाज में आपकी प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी और आप चीजों पर बेहतर फोकस कर पाएंगे. धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी और आप आध्यात्मिक गतिविधियों की ओर आकर्षित हो सकते हैं. हालांकि, मानसिक थकान से बचने के लिए आपको कार्य और निजी जीवन में संतुलन बनाए रखने की सलाह दी जाती है.
